दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी कुरीतियां भी मानव अधिकारों के हनन का कारण है -डॉ रेणु कश्यप

डॉ रेणु कश्यप
छपरा : समाज में आदि काल से तरह-तरह के अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियां जड़ जमाये हुए है,जो मानव के मौलिक अधिकार का निर्ममता से हनन कर देते है। आवश्यकता है आमलोगों को उनके अधिकारों के संबंध में बताने की,उनको जागरूक करने,उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए माहौल बनानेकी ताकि किसी भी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन न हो।सभी व्यक्ति मानव होने के नाते अपनी सभी अधिकारों का उपयोग कर समानता का जीवन जी सके ।
डॉ रेणु कश्यप
उक्त बातें शहर की प्रसिद्ध महिला रोग विशेषज्ञा डॉ रेणु कश्यप ने सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई एंजल द हेल्पिंग हैण्ड्स द्वारा लगाई गई चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर कही । कार्यक्रम का उद्घाटन शांति के प्रतीक सफेद कबूतर को उड़ा कर किया गया ।जयप्रकाश महिला महाविद्यालय मे लगी चित्र प्रदर्शनी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सप्ताह के अवसर पर लगाई गई थी। चित्र प्रदर्शनी मे शहर के विभिन्न संस्थानों  व चित्रकार अशोक की कलापँक्ति के बच्चो द्वारा बनाई गई चित्रों को भी लगाया गया था ।चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से सामाज के विभिन्न क्षेत्रों मे होने वाले मानवधिकारों के हनन को दिखाया गया साथ ही मानवाधिकार को संरक्षित करने के लिये लोगो को जागरूक किया गया ।संस्था की अध्यक्षा अर्चना किशोर ने बताया की संस्था जन जागरूकता के कार्यक्रम करती रहेगी ।

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कार्यक्रम के संयोजक भवर किशोर एवम  रंजन श्रीवास्तव ने कहा की सभी को मानवाधिकार को संरक्षित करने का प्रण लेंना चाहिये । राष्ट्रीय स्तर के चित्रकार मेंहदी शॉ के निर्देशन मे चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था । कार्यक्रम मे मुख्य रुप से सहयोगी संस्था सोशल सर्विस एक्सप्रेस के अध्यक्ष नवीन कुमार ,वीक्की आनंद ,जयप्रकाश महिला महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो शशि श्रीवास्तवा, एन एस एस की संयोजिका विनीता सिंह, महाविद्यालय की माया कुमारी ,प्रो सावित्री वर्मा ,आकांक्षा द्विवेदी ,मनीषा सिंह,सुप्रीत शरण ,श्रेय ,अपूर्वा,प्राँजलि ,लवली ,स्वाति ,सीखा ,खुशबू ,किरण ,रौशनी,आकांक्षा ,शोभा वर्मा ,दिनेश,विशाल गुलशन ,जयप्रकाश ने कार्यक्रम को सफल बनाने मे अहम भूमिका निभाई ।

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